रक्त दान को लेकर आज भी लोगों के मन में कई सारी गलत धारणाएं है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि ब्लड डोनेट करने से कमजोरी आ जाती है और फिर कई बीमारियां लग सकती है जो कि पूरी तरह से गलत धारणा है। रक्तदान हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है। रक्त ऐसी चीज है जिसे बनाया ही नहीं जा सकता तथा इसकी आपूर्ति का कोई और विकल्प भी नहीं है।
उक्त विचार प्राचार्या डॉ. अनुपमा छाजेड़ ने श्री उमिया कन्या महाविद्यालय की NCC, NSS एवं रेड रिबन इकाई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रक्तदान शिविर के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए।
इंदौर के महाराजा यशवंत राव अस्पताल के मॉडर्न ब्लड बैंक द्वारा रक्त संग्रहण हेतु ब्लड बैंक बस एवं टीम भेजी गई। प्रातः 10 बजे चालू हुआ रक्तदान अभियान दोपहर 2 बजे तक चला, जिसमें 5 सदस्यीय टीम ने 75 यूनिट रक्त संग्रहण किया।
रक्तदान हेतु महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं छात्राओं को उनके पालकों एवं महाविद्यालय स्टाफ ने अपना रक्त देकर भी अभिप्रेरित किया।
रक्तदान पश्चात समस्त रक्तदाताओं को मॉडर्न ब्लड बैंक की ओर से तथा महाविद्यालय की ओर से पृथक-पृथक प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। वहीं रक्त संग्रहण हेतु आई टीम ने महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनुपमा छाजेड़ को महाविद्यालय के रक्तदान के इस पुनीत कार्य में सहभागिता हेतु धन्यवाद पत्र प्रदान किया।
उक्त शिविर के दौरान महाविद्यालय की राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प इकाई की कैडेट्स, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवक एवं महाविद्यालयीन छात्राएं उपस्थित थी। शिविर का प्रबंधन महाविद्यालय की NCC अधिकारी लेफ्टिनेंट नम्रता सावंत ने किया। छात्राओं को रक्तदान हेतु अभिप्रेरित एवं व्यवस्थापन रासेयो कार्यक्रम अधिकारी सुनीता पांचाल एवं रुखमणी सल्लाम ने किया।
अंत में महाविद्यालय उप-प्राचार्या एवं IQAC कॉर्डिनेटर श्रीमती सरिता शर्मा ने रक्तदान अभियान में भागीदारी हेतु सभी छात्राओं, इकाई प्रमुख एवं स्टाफ सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।