कृषि क्षेत्र में जैविक खेती के महत्व को समझने के लिए छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा जाएगा। यह पहल छात्राओं को जैविक खेती की प्रक्रियाओं और इसके पर्यावरणीय लाभों से परिचित कराने के उद्देश्य से की जा रही है।
श्री उमिया कन्या महाविद्यालय द्वारा 25 नवंबर को ऐसी छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण हेतु भेजा जा रहा है, जिन्होंने स्नातक पाठ्यक्रम में वोकैशनल विषय के रूप में जैविक खेती विषय का चयन किया है ।
इस शैक्षणिक भ्रमण में छात्राओं को जैविक खेती की तकनीकों, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के उपायों, कीट नियंत्रण, फसल चक्र और रासायनिक खादों से बचने के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही, उन्हें यह भी बताया जाएगा कि कैसे जैविक खेती पर्यावरण के लिए फायदेमंद है और यह किसानों को आर्थिक रूप से भी सशक्त बना सकती है। यह पहल छात्रों में जैविक कृषि के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ उनके समग्र विकास में भी योगदान देगी।
शैक्षणिक भ्रमण में जाने की इच्छुक छात्राएं विज्ञान संकाय प्रमुख डॉ. अर्चना शर्मा से संपर्क कर सकती है। भ्रमण हेतु छात्राएं 25 नवंबर को प्रातः 8 बजे महाविद्यालय परिसर से महाविद्यालयीन बस में प्रस्थान करेंगी।