राष्ट्र, धर्म और धरा के लिए विद्यार्थियों में सम्मान और समर्पण का भाव जागृत करने हेतु प्रतिबद्ध श्री उमिया कन्या महाविद्यालय की रासेयो इकाई (NSS Unit) द्वारा 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान अंतर्गत 'अमृत कलश यात्रा' निकाली जाएगी।
उक्त जानकारी देते हुए महाविद्यालय की रासेयो इकाई कार्यक्रम अधिकारी सहायक प्राध्यापक सुनीता पांचाल ने बताया कि 'अमृत कलश यात्रा' दिनांक 10 अक्टूबर 2023 को प्रातः 8 बजे महाविद्यालय परिसर से निकाली जाएगी। यात्रा का उद्देश्य विभिन्न गांवों की माटी (मिट्टी) एकत्रित कर राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास बनने वाली 'अमृत वाटिका' में हमारी भागीदारी सुनिश्चित करना है।
क्या है अमृत कलश यात्रा ?
(साभार: इंडिया.कॉम।) प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 अगस्त को मन की बात कार्यक्रम में इस बात का जिक्र किया था कि अमर शहीदों की याद में देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, इन विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत 'अमृत कलश यात्रा' निकाली जाएगी।
उन्होंने आगे कहा था, ‘देश के कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर यह ‘अमृत कलश यात्रा’ देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी. यह यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। यह ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का भव्य प्रतीक भी बनेगी।’
51 गांवों की मिट्टी एकत्रित करने का लक्ष्य
ज्ञात हो कि महाविद्यालय में विभिन्न गांवों/कस्बों की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने आती है। अतएव छात्राओं को अपने-अपने गाँव अथवा गृह क्षेत्र अथवा घर से एक मुट्ठी मिट्टी लाने हेतु निर्देश प्रदान किए गए है। महाविद्यालय का लक्ष्य है कि इस कलश यात्रा में आसपास के 51 गांवों की मिट्टी एकत्रित कर राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास हमारे महापुरुषों व वीर बलिदानियों की स्मृति में बनने वाली अमृत वाटिका में महाविद्यालय अपने कलश के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करें।