आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से बेचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन तथा बेचलर ऑफ कंप्युटर एप्लीकेशन पाठ्यक्रम अब उच्च शिक्षा विभाग की बजाय अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अधीन हो जाएंगे।
इन दोनों पाठ्यक्रमों के पूर्ण होने के पश्चात किए जाने वाले स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (MBA व MCA) की मान्यता अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा ही दी जाती है और अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं अभातशिप के आदेश उपरांत BBA व BCA की मान्यता इसी परिषद द्वारा प्रदान की जाएगी।
इस संबंध में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा BBA व BCA का संचालन करने वाले समस्त सम्बद्ध महाविद्यालयों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से कोर्स के संचालन की अनुमति लेने हेतु निर्देशित किया गया है। बिना अभातशिप की अनुमति के विश्वविद्यालय द्वारा उक्त दोनों कोर्स की संबद्धता शैक्षणिक सत्र 2024-25 हेतु प्रदान नहीं की जाएगी।
उक्त निर्देशों के परिपालन में श्री अंबिका पाटीदार समाज धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री उमिया कन्या महाविद्यालय द्वारा अभातशिप से उक्त दोनों कॉर्सेस के अप्रूवल हेतु प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है और शीघ्र ही महाविद्यालय को BBA व BCA का अप्रूवल AICTE से मिल जाएगा।
फीस अब महाविद्यालय नहीं फीस विनियामक आयोग तय करेगा
अगले सत्र से प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम भी बदल सकता है
अब तक BBA व BCA पाठ्यक्रम हेतु उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता प्रदान की जाती थी। अतः इन दोनों कॉर्सेस का सिलेबस (syllabus) उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ही जारी किया जाता था। चूंकि अब ये तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत आएंगे तो प्रबल संभावना है कि प्रथम वर्ष का Syllabus भी बदल जाए। अब तक इस हेतु कोई आधिकारिक घोषणा अथवा सूचना जारी नहीं हुई है, केवल संभावना जताई जा रही है।