हमें हिन्दी बोलने में शर्म नहीं अपितु अभिमान होना चाहिए... प्रतिस्पर्धा के इस युग में अंग्रेजी अनिवार्य है पर इस कारण अपनी मातृभाषा को दरकिनार करें, यह उचित नहीं.. हिन्दी हमारी मातृभाषा है, इसे मात्र भाषा मानने की भूल ना करें..
ऐसे विचार कल हिन्दी दिवस के अवसर पर श्री उमिया कन्या महाविद्यालय में आयोजित पोस्टर मेकिंग, तात्कालिक भाषण और निबंध प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धी छात्राओं ने व्यक्त किए। हिन्दी दिवस दिनांक 14 सितंबर 2024 के अवसर पर महाविद्यालय में उक्त प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी।
छात्राओं ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अनुपमा छाजेड़ ने की। कार्यक्रम का संचालन कला संकाय की सहायक प्राध्यापक डॉ. विभा सोनी द्वारा किया गया।
तात्कालिक भाषण में निर्णायक की भूमिका में सहायक प्राध्यापक श्री सुनील कुमार गुप्ता और डॉ. सरिता देवी उपस्थित थे। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में निर्णायक डॉ. ममता त्रिपाठी और डॉ. सुनीता गीते थी।
डॉ. प्रियंका मालवी ने छात्राओं को हिंदी का महत्व समझाते हुए उन्हें हिंदी के सम्मान के लिए प्रेरित किया। तात्कालिक भाषण में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा कुमारी निराली कामदार ने प्रथम स्थान व बीए तृतीय वर्ष की कुमारी नैंसी ने द्वितीय स्थान व बीए प्रथम वर्ष की कुमारी लक्ष्मी पाटीदार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बीए तृतीय वर्ष की कुमारी सलोनी पांचाल ने प्रथम स्थान व बीए प्रथम वर्ष की कुमारी निराली कामदार ने द्वितीय स्थान व बी बी ए तृतीय वर्ष की कुमारी जीतिका पाटीदार और बीए तृतीय वर्ष की कुमारी नैंसी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम की झलकियां
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