एनसीसी कैडेट सोनिका जाट बनी पर्वतारोही सोनिका जाट
श्री उमिया कन्या महाविद्यालय की NCC कैडेट सोनिका जाट ने साढ़े 16 हजार फीट ऊंचे माउंट रेनेक पर चढ़कर बेसिक माउन्टिनिरिंग कोर्स (पर्वतारोहण प्रशिक्षण) पूर्ण किया।
ज्ञात हो कि कैडेट का चयन फर्स्ट एमपी गर्ल्स बटालियन एनसीसी इंदौर द्वारा किया गया। पिछले 14 मई से 10 जून तक हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान, दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) मे कैडेट ने ट्रेनिंग प्राप्त की।
ए ग्रेड के साथ एड्वान्स कोर्स हेतु अनुशंसित
एनसीसी कैडेट सोनिका जाट ने अनुशासित, आज्ञाकारी, नई चीजों को सीखने और समझने की लालसा, श्रेष्ठ टीम भावना के साथ उक्त कोर्स को A ग्रेड के साथ पूर्ण किया। इस हेतु ट्रेनिंग देने वाली संस्था हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान, दार्जिलिंग द्वारा बेसिक कोर्स का प्रमाण पत्र तथा प्रतिवेदन प्रदान किया गया।
HMI दार्जिलिंग के प्राचार्य एवं ट्रेनिंग अधिकारी ने इस टिप्पणी के साथ संयुक्त हस्ताक्षर कर सर्टिफिकेट जारी किया कि,
A sincere, physically fit trainee who showed keen interest in all aspects of mountaineering and achieved an above average standard in trekking, rock and ice craft. She remains cool and calm even under adverse conditions. She possesses good mountain manners and team spirit. During height gain she summited Mt. Renok 16500 ft. along with the course. "Recommended for Advance Mountaineering Course"
कैडेट सोनिका जाट की इस उपलब्धि पर श्री अंबिका पाटीदार समाज धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम मुकती, सचिव श्री महेंद्र पाटीदार, श्री उमिया कन्या महाविद्यालय संचालन समिति के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सेठ, सचिव डॉ. रामकृष्ण पाटीदार, श्री युवराज पाटीदार, श्रीमती इन्दिरा पाटीदार, श्री शेखर पाटीदार, महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनुपमा छाजेड़, उप-प्राचार्या श्रीमती सरिता शर्मा एवं एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट नम्रता सावंत ने शुभकामनाएँ दी।
सोनिका ने कहा कि
कंधो पर 30 किलो वजन के साथ पहाड़ियों पर चढ़ते समय कभी-कभी लगता था कि दुनिया में अगर जन्नत है तो वह पहाड़ों पर है, लेकिन अगले ही पल अहसास होता कि मामूली सी गलती उनकी जान के साथ-साथ पूरे ग्रुप के लिए जोखिम खड़ा कर सकती है।
मै सबसे पहले अपने माता-पिता को धन्यवाद देती हूँ कि उन्होने अपने दिल पर पत्थर रखकर मुझे इतने रिस्की टास्क को करने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही मै अपने महाविद्यालय एवं एनसीसी ऑफिसर को भी धन्यवाद देती हूँ कि आपके मार्गदर्शन के बिना इस मुकाम पर पहुँचना असंभव था।
मुझे प्रायोजित करने के लिए फर्स्ट एमपी गर्ल्स बटालियन इंदौर को भी धन्यवाद देती हूँ तथा निवेदन करती हूँ कि भविष्य मे मेरी तरह अनेकोनेक योग्य कैडेट्स को ट्रेनिंग प्रायोजित करें।