उत्कृष्ठ शिक्षा देना आपका कर्तव्य, उत्कृष्ठ सुविधायेँ उपलब्ध कराना ट्रस्ट का कर्तव्य - श्री मुकाती

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शिक्षक दो प्रकार के होते है, एक पारिवारिक शिक्षक और दूसरे सामाजिक/शैक्षणिक शिक्षक। हम सब यहाँ सामाजिक/शैक्षणिक शिक्षक की भूमिका का निर्वहन कर रहे है। एक शिक्षक के रूप में उत्कृष्ठ शिक्षा देना आपका कर्तव्य है तो उत्कृष्ठ शिक्षा देने हेतु उत्कृष्ठ सुविधायेँ उपलब्ध कराना हम ट्रस्ट के सदस्यों का कर्तव्य है। हम सब पूर्ण ईमानदारी व लगन से फल (परिणाम) की चिंता किए बगैर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। आगे भगवती विराजमान है, वो निश्चित ही सुयोग्य फल देगी। 

उक्त विचार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में श्री उमिया कन्या महाविद्यालय में श्री अंबिका पाटीदार समाज धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा आयोजित शिक्षक-सम्मान समारोह के दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम मुकाती ने उपस्थित महाविद्यालय शिक्षकगण के सम्मुख व्यक्त किए। 

श्री मुकाती ने भगवती माँ उमाम्बा के आशीष की महिमा का बखान करते हुए ट्रस्ट की स्थापना के प्रारम्भिक दौर से अवगत कराया। श्री मुकाती ने कहा कि, 

वर्ष 1978 के आस-पास पाटीदार समाज की महिलाएं और बेटियाँ ज्यादा शिक्षित नहीं होती थी और यही कारण था कि वो समाज मे पिछड़ती जा रही थी। 18 नौजवानों की टोली ने तय किया कि हमे कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे समाज मे बेटियां शिक्षित हो, आत्म-निर्भर हो। रंगवासा-राऊ सहित इंदौर और आस-पास के गाँव-शहरो मे पाटीदार समाज के परिवारों से मेल-मिलाप शुरू किया। फिर माँ भगवती उमाम्बा के आशीर्वाद से वर्ष 1981 मे श्री अंबिका पाटीदार समाज धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट की विधिवत स्थापना की गई तथा वर्तमान मे ट्रस्ट द्वारा संचालित विद्यालय एवं महाविद्यालय में लगभग 3000 छात्राएँ अध्ययन कर रही है। 

बालिकाओं को अपनी बेटियाँ मानकर पढ़ाएँ - श्री मुकाती

ट्रस्ट अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम मुकाती ने शिक्षको को संबोधित करते हुए कहा कि आप अच्छा पढ़ाते है, इसमे कोई शक नहीं, पर मेरा एक ही निवेदन है कि उमियाधाम मे आने वाली बालिकाओं को आप अपनी बेटियाँ समझकर पढ़ाएं। यदि आप इन बालिकाओं को अपनी बेटियाँ मानेंगे तो परिणाम और बेहतर होंगे।

शिक्षको के बिना महाविद्यालय की परिकल्पना नहीं की जा सकती - श्री ओमप्रकाश सेठ 

शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान श्री उमिया कन्या महाविद्यालय संचालन समिति अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सेठ ने जीवन मे एक अच्छे शिक्षक का महत्व तथा महाविद्यालय मे शिक्षक के महत्व को बताया। 

श्री सेठ ने कहा कि वर्ष 2008 मे महाविद्यालय की स्थापना की गई। मात्र 96 छात्राओं से प्रारम्भ हुआ यह महाविद्यालय आज प्रतिवर्ष सैकड़ो छात्राओं को ग्रेजुएशन तथा पोस्ट-ग्रेजुएशन करा रहा है। नवीन शिक्षण सत्र में लगभग 471 छात्राओं के प्रवेश पर ट्रस्ट सदस्यों तथा शिक्षक सदस्यों को शुभकामनाएँ दी तथा कहा कि इनके अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए तो कार्य करना ही है। साथ ही नेक की ग्रेडिंग बेहतर करने के लिए भी आज से ही कार्य करना होगा। 

श्री सेठ ने सत्र 2022-23 से बी.एड. अध्यापन प्रारम्भ होने पर शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि अगले सत्र से प्रतिवर्ष श्री उमिया कन्या महाविद्यालय से 100 छात्राएँ शिक्षक बनने हेतु अपनी पढ़ाई पूर्ण करेगी। 

आज ही के दिन हमने महाविद्यालय के जन्मदाता को खोया था - श्री मुकाती 

ट्रस्ट अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम मुकाती ने अपने सम्बोधन के दौरान अपने अभिन्न साथी तथा ट्रस्ट सदस्य श्री हरिनारायण पाटीदार को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि आज ही के दिन वर्ष 2020 मे हमने इस महाविद्यालय के जन्मदाता को खो दिया। अपने साथी के संस्मरण को याद करते हुए कहा कि,

इस महाविद्यालय का विचार हरि भाई ही हमारे सम्मुख लेकर आए थे। हमने वित्तीय संघर्षों के कारण मना किया। वे जिद पर अड़े रहे। कई दिनों तक समझ नहीं आया कैसे होगा? कैसे शुरू करेंगे? फिर उन्होने कहा कि यदि ट्रस्ट नहीं कर पा रहा तो मै अपने पैसे लगा दूंगा। पर बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज तो खोलेंगे। इस प्रकार श्री उमिया कन्या महाविद्यालय की स्थापना हुई। 

आप सब अच्छे शिक्षक, पर ऐसे पढ़ाएं की छात्राएँ आपके लेक्चर के लिए बार-बार घड़ी देखे - डॉ. रामकृष्ण पाटीदार 

श्री उमिया कन्या महाविद्यालय संचालन समिति के सचिव डॉ. रामकृष्ण पाटीदार ने शिक्षको को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब अच्छे शिक्षक है। पर आपको अपनी शिक्षण पद्धति मे ऐसे बदलाव लाने होंगे कि आपका लेक्चर लगते ही छात्राएँ पूरे केम्पस मे कही भी हो, दौड़ी चली आए। 

मै शिक्षक भी रहा हूँ और स्वाभाविक है कि विद्यार्थी भी रहा हूँ। अच्छा या बुरा यह तय करना मेरा अधिकार नहीं है। मैंने एक शिक्षक के रूप मे सदैव अपने विद्यार्थियों को सहज, सरल एवं नवाचार के साथ पढ़ाया और पढ़ना सिखाया है। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया है और आज वे देश के किसी भी प्रांत मे उसी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपनी सेवाएँ दे रहे है। 

कार्यक्रम के दौरान समस्त शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक सदस्यों को ट्रस्ट की ओर से दी गई भेंट

आयोजित शिक्षक-सम्मान समारोह में महाविद्यालय मे पदस्थ समस्त शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक सदस्यों को ट्रस्ट पधादिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया।

अंत में... 

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक लविना उमाले ने किया। शिक्षक सम्मान हेतु ट्रस्ट सदस्यों को आग्रह महाविद्यालय संचालन समिति सदस्य श्री शेखर पाटीदार ने किया। आभार संचलान समिति सदस्य डॉ. रामकृष्ण पाटीदार ने माना। 















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