रक्षाबंधन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक भावनात्मक बंधन है जो भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के वचन को दर्शाता है। इस विशेष पर्व को और भी यादगार और कलात्मक बनाने हेतु श्री उमिया कन्या महाविद्यालय के फैशन डिजाइनिंग विभाग द्वारा आज दिनांक 5 अगस्त को एक अनूठे और रचनात्मक वर्कशॉप — "रेसिन आर्ट हैंडमेड राखी मेकिंग वर्कशॉप" — का आयोजन किया गया।
इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को रेसिन आर्ट के माध्यम से हस्तनिर्मित राखियाँ बनाना सिखाना और उनकी कलात्मक क्षमता, रचनात्मक सोच एवं हस्तकला कौशल को प्रोत्साहित करना था। इस वर्कशॉप में इंदौर की प्रख्यात रेसीन आर्ट एक्सपर्ट प्रेक्षा खटके ने छात्राओं को रेसीन आर्ट के बारे मे विस्तृत जानकारी दी।
वर्कशॉप के दौरान एक्सपर्ट सुश्री खटके ने रेसिन आर्ट के महत्व और इसके बढ़ते क्रिएटिव अप्लिकेशन्स पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रेसिन आर्ट केवल सजावटी वस्तुएं बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि आज के दौर में यह एक लोकप्रिय व्यवसायिक कौशल बन चुका है।
फैशन डिजाइनिंग विभाग की विभागाध्यक्ष रुखमणी काकोडिया ने छात्राओं को रचनात्मक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि आज की शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। रचनात्मकता, नवाचार और हस्तकला जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण से छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है। यह वर्कशॉप इसी दिशा में एक सार्थक कदम है।
इस वर्कशॉप में महाविद्यालय की 50 से अधिक छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्राओं ने अलग-अलग डिजाइनों और रंगों की राखियाँ बनाई। इस वर्कशॉप में छात्राओं ने न केवल कला सीखी, बल्कि इसके माध्यम से अपनी कल्पनाशक्ति और भावनाओं को भी व्यक्त किया।
वर्कशॉप में पधारे एक्सपर्ट का सम्मान प्राचार्य प्रभारी डॉ. सीमा शुक्ला ने किया। आभार सहायक प्राध्यापक पिंकी पाटीदार ने माना
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