सीखें, डिज़ाइन करें, बनाएं और बेचें आज की नारी शक्ति के लिए यह मूल मंत्र है। आज के इस युग में टेलेंट और आइडिया की ही अहमियत है। वस्त्र उद्योग की आज की तकनीक को सीखें, समझे और उसमें आप क्या नवाचार कर सकते है, कल्पना करें। डिजाईन का कोई पैमाना नहीं होता। डिजाईनर का प्रेजेंटेशन और फिनिशिंग ही किसी भी उत्पाद को बना और बिगाड़ सकती है।
उक्त विचार श्री उमिया कन्या महाविद्यालय के फैशन डिजाइनिंग विभाग द्वारा Machine Embroidery Ornamentation in Textiles विषय पर आयोजित वर्कशॉप में उषा सोइंग कैफे की संचालिका श्रीमती ज्योति सैनी ने व्यक्त किए।
छात्राओं को शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण देने तथा कपड़ों को एम्ब्रॉइडरी के माध्यम से और अधिक सुंदर बनाने की कला से रूबरू करवाने हेतु वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमे उषा सोइंग कैफे के तकनीशियन एवं एक्सपर्ट्स ने छात्राओं को प्रेक्टिकली डेमो देकर छात्राओं का ज्ञानवर्धन किया।