महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

0

सन् 1947 में आजादी मिलने के बाद जो भारत हमें विरासत में मिला, उसमें हमारे पास ना तो तकनीक थी और ना ही संसाधन थे और वर्ष 2023 के भारत में जहां आज हम खड़े है, वहां हम पूरे विश्व को मार्ग प्रशस्त करने की भूमिका का निर्वहन कर रहे है। आज हमारे पास तकनीक है, संसाधन है, मजबूत अर्थव्यवस्था है, हम हर क्षेत्र में अग्रणी है। यह जो कुछ भी संभव हुआ है, उसका कारण सिर्फ और सिर्फ शोध और नवाचार है।   

उक्त विचार श्री उमिया कन्या महाविद्यालय एवं रिसर्च फाउण्डेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में काॅमर्स, आर्ट्स, साईंस, मैनेजमेन्ट, मेडिकल, आई.टी., लाॅ जैसे बहुविषयक क्षेत्रों में नवाचार विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र विभाग प्रमुख डाॅ. कन्हैया आहूजा ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये।

संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा विभाग इन्दौर संभाग डाॅ. किरण सलूजा, विशेष अतिथि के रूप में पीथमपुर शासकीय महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ. विनोद खत्री, चीफ पेट्रोन डाॅ. रमेश मंगल, पेट्रोन डाॅ. राजीव शर्मा, माता जीजाबाई शा. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्या डाॅ. श्री द्विवेदी, डाॅ. तृप्ता कौर चावला उपस्थित थे।

संगोष्ठी में श्री अंबिका पाटीदार समाज धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट अध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम मुकाती, सचिव महेन्द्र पाटीदार, युवराज पाटीदार, डाॅ. रामकृष्ण पाटीदार, श्रीमती इंदिरा पाटीदार, नंदकिशोर नारोलिया, कपिल पाटीदार, बाबूलाल भूत, ओमप्रकाश सेठ, शेखर पाटीदार तथा रिसर्च फाउण्डेशन ऑफ इंडिया के डाॅ. सौरभ जैन, डाॅ. प्रियदर्शिनी अग्निहोत्री, डाॅ. प्रकाशिनी तिवारी, डाॅ. मनीष दुबे, डाॅ. संजय प्रसाद, डाॅ. अजय जैन उपस्थित थे। 

संगोष्ठी में नदर्न यूनिवर्सिटी अरमेनिका की अरूस्याक इवन्यान, जोर्जिया के डाॅ. इंगा खर्चिलावा, ग्रीस से रानिया लाम्पौ, नाईजीरिया की प्रूडेन्स उन्नाह, बैंगलोर के सिनिमोल जोसेफ, बैंगलोर के इंजीनियर सोनेश भारद्वाज, कोलकाता के डाॅ. सौमी दत्ता व 50 से अधिक सदस्यों ने विविध विषयों पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।  

तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डाॅ. श्याम सुन्दर पलोड़, डाॅ. श्वेता हार्डिया, डाॅ. पुष्पेन्द्र दुबे एवं डाॅ. राकेश चैहान ने की। बेस्ट पेपर प्रेजेन्टेशन प्रथम पुरस्कार बैंगलोर के सिनिमोल जोसेफ को तथा द्वितीय पुरस्कार सिमरन सूर्यवंशी को दिया गया। इसी प्रकार बेस्ट पोस्टर प्रेजेन्टेशन प्रथम पुरस्कार प्राध्यापक मेघा काले को तथा द्वितीय पुरस्कार प्राध्यापक पायल जायसवाल को दिया गया।  

संगोष्ठी के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में श्री सिरेमिक फायबर्स प्रा.लि. के निदेशक श्री अनुपम तिवारी, संस्कार काॅलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टड़ीज के प्राचार्य डाॅ. श्याम सुन्दर पलोड़ उपस्थित थे।

संगोष्ठी का संचालन सहा.प्रा. दर्शा शर्मा एवं लविना उमाले ने किया। आभार प्राचार्या डाॅ. अनुपमा छाजेड़ एवं रिसर्च फाउण्डेशन ऑफ इंडिया के डाॅ. अजय जैन ने माना। 

कार्यक्रम के फोटोग्राफ़्स






Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Post a Comment (0)
To Top