हम सभी को इस बात की खुशी है कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सबसे पहले लागू की और इसी का परिणाम रहा कि मध्यप्रदेश में स्नातक पाठ्यक्रम की NEP आधारित प्रथम बैच पूरे देश में सबसे पहले पासआउट की। NEP में पहली बार विद्यार्थियों ने कौशल विकास के कोर्स पूर्ण किए, जिसके ग्रेड मुख्य ग्रेडशीट में भी जुड़े। अभी तक कौशल विकास के कोर्स अन्य कोचिंग संस्थाओं से पूर्ण करने होते थे, जिसके अंक विश्वविद्यालयीन अंकसूचियों में नहीं जुडते थे।
उक्त विचार श्री उमिया कन्या महाविद्यालय में आयोजित दीक्षारम्भ समारोह अंतर्गत आयोजित व्याख्यान में प्राचार्या डॉ. अनुपमा छाजेड़ ने नव-प्रवेशित छात्राओं के बीच व्यक्त किए।
ज्ञात हो कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार महाविद्यालय में ई-प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से सत्र 2024-25 में प्रवेशित प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के स्वागत हेतु दीक्षारम्भ समारोह का आयोजन किया जा रहा है। आज आयोजन के अंतिम दिन महाविद्यालय प्राचार्या ने छात्राओं को महाविद्यालय की विशेषता, परंपरा, सुविधा और शिक्षा पद्धति से अवगत करवाया।
इस दौरान प्रथम वर्ष की लगभग 100 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। तत्पश्चात आज से प्रथम वर्ष की नियमित कक्षाएं प्रारंभ की गई।