१६ सितंबर २०२५। "हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय एकता की पहचान है। यदि हम इसे आत्मविश्वास और गर्व के साथ अपनाएँ, तो आने वाला समय निश्चित ही हिंदी का होगा।" इसी भाव को केंद्र में रखते हुए हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 16 सितंबर 2025 को श्री उमिया कन्या महाविद्यालय, रंगवासा (राऊ) के कला संकाय में “राजभाषा हिंदी की दशा और दिशा” विषय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपने-अपने व्याख्यानों के साथ ही कविताओं के माध्यम से हिंदी के महत्व और उसकी चुनौतियों पर विचार साझा किए। छात्राओं ने कहा कि हिंदी न केवल हमारी मातृभाषा है, बल्कि यह राष्ट्रीय अस्मिता और सांस्कृतिक धरोहर की आधारशिला है। हिंदी केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक आत्मसम्मान की पहचान है, जिसे हमें आत्मविश्वास और गर्व के साथ अपनाना चाहिए।
कार्यक्रम में कला संकाय प्रमुख डॉ. ममता त्रिपाठी, हिन्दी साहित्य के प्राध्यापकद्वय डॉ. अनीता पाटीदार, डॉ. विभा सोनी, संकाय के प्राध्यापक डॉ. सरिता देवी एवं शिक्षा संकाय के डॉ. दीपा रानी वत्स प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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