श्री उमिया कन्या महाविद्यालय, शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला (25 से 30 अगस्त 2025) का दूसरा दिन (26 अगस्त) शिक्षण कौशल पर केंद्रित रहा।
ज्ञात हो कि श्री अंबिका पाटीदार समाज धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री उमिया कन्या महाविद्यालय द्वारा "Micro teaching to master planning: A comprehensive workshop on teaching tools" शीर्षक के साथ दिनांक 25 से 30 अगस्त तक पाँच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
द्वितीय दिवस के मुख्य वक्ता डॉ. मधुलिका वर्मा और वक्ता डॉ. मोहन सिंह बामनिया रहे। उन्होंने अपने व्याख्यान में प्रतिक्रिया प्रबंधन कौशल (Feedback Management Skills) को विस्तार से समझाते हुए प्रश्नों का स्तर, संरचना और वितरण की महत्ता बताई। साथ ही खोजपूर्ण प्रश्न कौशल (Probing Questions Skills) के घटकों पर प्रकाश डालते हुए, पाठ योजना प्रारूप (Lesson Plan Format) को भी स्पष्ट किया।
सत्र के अंत में छात्राओं को व्यावहारिक गतिविधि (Activity) करवाई गई, ताकि वे सीखी गई अवधारणाओं को व्यवहार में उतार सकें।
शिक्षा संकाय प्रमुख डॉ. ज्योति गंगराडे ने कहा कि “आज के शिक्षण परिदृश्य में अध्यापक को केवल पढ़ाना ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों में जिज्ञासा जगाने और उन्हें सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। इस कार्यशाला का उद्देश्य भावी शिक्षकों को ऐसे ही व्यावहारिक कौशलों से संपन्न बनाना है।”
अंत में कार्यशाला संचालक डॉ. रूचि सिंह और विभाग प्रमुख डॉ. ज्योति गंगराडे द्वारा अतिथियों को स्मृति चिह्न और प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में शिक्षा संकाय के सभी शिक्षकगण और छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं।