“भारतीय ज्ञान परंपरा में हिंदी साहित्य की भूमिका” पर छात्राओं ने चलाई कलम

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१५ सितंबर २०२५। “हिंदी हमारी पहचान है, भाषा नहीं तो विचार कहां से आएंगे।” — इन जैसी ओजस्वी पंक्तियों से छात्राओं के निबंध झलक उठे और उनकी कलम ने हिंदी साहित्य की महत्ता को नए दृष्टिकोण से सामने रखा।

श्री उमिया कन्या महाविद्यालय, रंगवासा (राऊ), इंदौर में आज 15 सितंबर को शिक्षा विभाग के तत्वावधान में “भारतीय ज्ञान परंपरा में हिंदी साहित्य की भूमिका” विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में लेखन कौशल, चिंतन क्षमता और हिंदी साहित्य के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना था।

प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी लेखनी से भारतीय संस्कृति एवं ज्ञान परंपरा में हिंदी की भूमिका को रेखांकित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के कला संकाय के विभाग प्रमुख, हिन्दी साहित्य विषय के शिक्षकगण एवं अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे और छात्राओं के उत्साहवर्धन हेतु सराहना व्यक्त की।

कार्यक्रम की फोटो और वीडियो झलकियां 






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